भारत में 5जी सर्विस लॉन्च, पीएम मोदी ने किया बड़ा एलान, जाने इससे जुडी समस्त जानकारी

PM Modi Launched 5g Service
आपको यह जानकर बेहद ही ख़ुशी होगी कि हमारे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5G सेवा लॉन्च कर दी है | इस सर्विस के तहत इसमें 4G के मुकाबले 5G में 10 गुना ज्यादा इंटरनेट स्पीड मिल सकेगी | हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2030 तक भारत में कुल कनेक्शन में (5G) की हिस्सेदारी एक तिहाई से ज्यादा हो जाएगी, जिसमें 2जी और 3जी की हिस्सेदारी घटकर 10 फीसदी से भी कम हो जाएगी | प्रधानमंत्री नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 1 से 4 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 के छठे संस्करण में बहुप्रतीक्षित सेवा का शुभारंभ किया और इसके साथ ही देश में 5G सेवा का उद्घाटन भी किया गया |

प्रधानमंत्री मोदी के नए डिजिटल इंडिया की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैं 2012 के चुनाव में हॉलोग्राम लेकर चुनाव प्रचार कर रहा था, तो उस वक्त दुनिया के लिए अजूबा था, आज घर-घर पहुंच रहा है | नया भारत अब केवल टेक्नोलॉजी का कंज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि भारत उस टेक्नोलॉजी के विकास, इंप्लीमेंटेशन में बहुत एक्टिव भूमिका निभाएगा | भविष्य की वायरलेस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने, उससे जुड़ी मैनुफैक्चरिंग में भारत की बड़ी भूमिका होती है | 2जी, 3जी और 4जी के समय भारत तकनीक के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा | मगर 5जी के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है | 5जी के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नोलॉजी में ग्लोबल स्टैंडर्ड तय कर रहा है, भारत लीड कर रहा है | आज इंटरनेट यूज करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5जी इंटरनेट का पूरा आर्किटेक्चर बदल कर रख देगा | इसलिए भारत के युवाओं के लिए आज 5जी बहुत बड़ा अवसर लेकर सामने आया है |

डिजिटल इंडिया अभियान की सफलता
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि विकसित भारत का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा हमारा देश दुनिया के अन्य देशों के साथ इस तरह कदम से कदम मिलाकर चल रहा है | यह भारत की बहुत बड़ी सफलता है | डिजिटल इंडिया अभियान की सफलता है | जब हम डिजिटल इंडिया की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं कि यह केवल एक सरकारी योजना है, लेकिन डिजिटल इंडिया केवल एक नाम नहीं है, देश के विकास का बहुत बड़ा विजन है | इस विजन का लक्ष्य उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना है, जो लोगों के लिए काम करे और लोगों के साथ जुड़कर काम करे | मुझे याद है जब मोबाइल सेक्टर से जुड़े इस विजन के लिए रणनीति बनाई जा रही थी, तब मैंने कहा था कि हमारी अप्रोच टुकड़ों-टुकड़ों में नहीं होनी चाहिए, बल्कि समग्र होनी चाहिए | डिजिटल इंडिया की सफलता के लिए जरूरी था वो इस सेक्टर के सभी आयामों को एक साथ कवर करे | इसलिए हमने चार पिलर्स पर और चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया | पहला- डिवाइस की कीमत, दूसरा- डिजिटल कनेक्टिविटी, तीसरा-डेटा की कीमत और चौथा- डिजिटल फर्स्ट की सोच |

अब मोबाइल फोन निर्यात होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब हम पहले पिलर की बात करते हैं तो डिवाइस की कीमत की बात करते हैं | एक बात स्पष्ट है कि डिवाइस की कीमत तभी कम हो सकती है, जब हम आत्मनिर्भर हों | आपको याद होगा कि बहुत से लोगों ने आत्मनिर्भर होने की मेरी बात का मजाक उड़ाया था | 2014 तक हम करीब 100 फीसदी मोबाइल फोन आयात करते थे | इसलिए हमने तय किया कि हम इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेंगे | हमने मोबाइल मैनुफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ावा दिया | 2014 में जहां देश में 2 मोबाइल मैनुफैक्चरिंग यूनिट थी, अब उनकी संख्या 200 के ऊपर है | हमने भारत में मोबाइल फोन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए इंसेंटिव दिए, प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा दिया और आज इसी योजना का विस्तार पीएलआई स्कीम में देख रहे हैं | इन प्रयासों का नतीजा बहुत पॉजिटिव रहा | आज भारत मोबाइल फोन के उत्पादन में दुनिया में नंबर 2 पर है |

बड़ा इजाफा हो रहा इंटरनेट यूजर्स की संख्या में
पीएम मोदी ने कहा कि इतना ही नहीं, कल तक जो मोबाइल आयात करते थे, आज हम दुनिया को भेज रहे हैं | 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ रुपये के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन गए हैं | इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है | अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर भी मिलने लगे हैं | डिवाइस कॉस्ट के बाद जिस दूसरे पिलर पर काम किया, वह है डिजिटल कनेक्टिविटी | आप भी जानते हैं कि कम्युनिकेशन सेक्टर की असली ताकत डिजिटल कनेक्टिविटी है | जितने ज्यादा लोग कनेक्ट होंगे, इस सेक्टर के लिए उतना अच्छा है | अगर हम ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की बात करें तो 2014 में 6 करोड़ यूजर्स थे, आज इनकी संख्या 80 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है | अगर हम इंटरनेट कनेक्शन की बात करें तो 2014 में जहां 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे, वहीं आज इसकी संख्या करीब 85 करोड़ पहुंच गई है | यह बात भी नोट करने वाली है कि आज शहरों में इंटरनेट यूजर के मुकाबले हमारे ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है |

मोदी सरकार काम कर रही इंटरनेट फॉर ऑल पर
उन्होंने आगे कहा कि इसकी एक खास वजह है कि 2014 में जहां देश में 100 से भी कम पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा था, आज 1 लाख 70 हजार से ज्यादा पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंच चुका है | जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की, जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया, जैसे उज्ज्वला योजना के जरिए हर घर तक गैस सिलेंडर पहुंचाया, जैसे हर आदमी का खाता खुलवाया, वैसे ही हमारी सरकार इंटरनेट फॉर ऑल के लक्ष्य पर काम कर रही है | डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ने के साथ ही डेटा की कीमत भी उतनी अहम हो जाती है | यह डिजिटल इंडिया का तीसरा पिलर था, जिस पर हमने पूरी शक्ति के साथ काम किया | हमने टेलीकॉम सेक्टर के रास्ते में आने वाली सभी अड़चनों को हटाया | पहले विजन की कमी और पारदर्शिता के अभाव में इस सेक्टर को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता था | आपको पता है कि कैसे हमने 4जी के विस्तार के लिए पॉलिसी सपोर्ट दिया, इससे डेटा की कीमत में कमी आई और देश में डेटा क्रांति का जन्म हुआ | देखते ही देखते इसका असर चारों तरफ दिखने लगा | लेकिन इसके साथ एक और अहम काम हुआ | इसके साथ देश में डिजिटल फर्स्ट की सोच विकसित हुई |

डिजिटिल इंडिया की ताकत कोरोना में दिखी
पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल फर्स्ट की हमारी अप्रोच ने कोरोना के दौर में देश के लोगों की कितनी मदद की | दुनिया के बड़े-बड़े देश जब अपने नागरिकों की मदद करने में संघर्ष कर रहे थे, खजाने में पैसे थे लेकिन पहुंचाने का रास्ता नहीं था | मगर भारत एक क्लिक पर हजारों रुपये मेरे देश के नागरिकों के खाते में ट्रांसफर कर रहा था | यह डिजिटल दुनिया की ताकत थी | जब दुनिया थमी हुई थी, हमारे बच्चे ऑनलाइन क्लास कर रहे थे, अस्पतालों के सामने चुनौती थी, मगर डॉक्टर टेलीमेडिसिन के जरिए इलाज कर रहे थे, ऑफिस बंद थे, मगर वर्क फ्रॉम होम चल रहा था | आज हमारे छोटे व्यापारी हो, लोकल कलाकार और कारीगर हों, डिजिटल इंडिया ने सबको मंच और बाजार दिया है | आज आप किसी लोकल मार्केट में सब्जी मंडी में जाकर देखिए | छोटा दुकानदार भी कहेगा, कैश नहीं है, यूपीआई कर दीजिए |

अब डाटा काफी सस्ता
पीएम मोदी ने कहा कि भारत उन देशों में है, जहां डेटा की कीमत काफी कम है | पहले 1GB डेटा की कीमत लगभग 300 रुपये थी, जो अब घटकर 10 रुपये प्रति GB हो गई है | औसतन, भारत में एक व्यक्ति प्रति माह 14GB डेटा की खपत करता है | इसकी लागत 2014 में लगभग 4200 रुपये प्रति माह होती थी, लेकिन अब यह लागत 125-150 रुपये है | यह हमारी सरकार के प्रयासों के कारण हुआ है | इस तरह से हर महीने चार हजार रुपये बच रहा है | हमारी सरकार के इतने सारे प्रयासों से भारत में डेटा की कीमत कम बनी हुई है |