इंडोनेशिया indonesia में फुटबॉल मैच के दौरान भड़की हिंसा में 127 लोगों की मौत, 180 से ज्यादा लोग हुए घायल

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इंडोनेशिया indonesia में एक फुटबॉल मैच के दौरान हिंसा भड़की जिसमें 127 लोगों की मौत हुई है, जबकी इस हिंसा में करीब 180 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। आपको बतादें इंडोनेशिया के मलंग रीजेंसी स्थित कांजुरुहान स्टेडियम में जिन दो टीमों के बीच फुटबॉल मैच चल रहा था वे टीमें थीं अरेमा एफसी और पर्सेबाया सुरबाया क्लब, मैच में अरेमा की टीम की हार हुई जिससे हारी हुई टीम के समर्थक हिंसा पर उतर आए और मैदान में कूद पड़े। उधर जीती हुई टीम के समर्थक भी मैदान में घुस गए, और आपस में मार-काट करने लगे। इस झगड़े में 127 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है जब कि 180 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर मिली है।

मिली जानकारी के मुताबिक हारी हुई टीम के समर्थक विरोध करते हुए स्टेडियम में कूद पड़े और बेतहाशा मारपीट करने लगे। उनके रास्ते में जो भी आया उसे वे दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। इस घटना से मैदान और दर्शकों के बीच भगदड़ मच गई, ज्यादातर लोग भगदड़ में फंस कर या लोगों के पैर से कुचल कर मरे या घायल हुए हैं।
NEW – Over 100 people were killed tonight in riots that broke out at a football match in Indonesia.pic.twitter.com/hGZEwQyHmL
— Disclose.tv (@disclosetv) October 1, 2022
फुटबॉल मैदान में हुए इस दंगे को रेकने के लिए पुलिस के साथ आर्मी को भी बुलानी पड़ी तब जाकर दंगा शांत हुआ। इस दंगे के बाद सरकार ने एक हफ्ते के लिए खोलों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। दंगे में मरने वालों में दो पुलिस कर्मी भी हैं। जानकार बताते हैं कि क्षमता से ज्यादा भीड़ स्टेडियम में घुसी जिससे प्रशासन भीड़ पर काबू नहीं कर पाया।

ये वाकया शनिवार की रात को पूर्वी जावा के मलंग रीजेंसी के कंजुरुहान स्टेडियम में हुई। पूर्वी जावा प्रांत में इंडोनेशिया के पुलिस प्रमुख निको अफिंटा ने जानकारी दी है कि अरेमा एफसी और पर्सेबाया सुरबाया के बीच शनिवार की रात मैच चल रहा था जिसमें हारने वाली टीम के समर्थक भड़क गए और हिंसा पर उतर आए। उन्होंने यह भी बताया कि जिस मैदान में मैच चल रहा था उसमें दर्शक तादाद से ज्यादा लगभग 40 हजार दर्शक थे। जिनमें से तकरीबन तीन हजार दर्शक मैदान की ओर भागे, जब स्थिति पर नियंत्रण के लिए अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले दागे तो भगदड़ मच गई और दम घुटने से ज्यदातर लोगों की मौत हुई।