अमेरिका में दशहरे की धूम, 40 शहरों में अक्टूबर हिंदू विरासत माह के तौर पर घोषित

Dussehra in America
पूरी दुनिया में भारत का बोलबाला है और ये बात साबित करती है पहली बार अमेरिका ( America) के 100 से ज्यादा शहरों में दशहरा पर्व का मनाया जाना। दरअसल जैसे-जैसे दूसरे देशों में भारतीयों की आबादी बढ़ रही है, भारतीय त्योहार और उत्सव भी वहां धूमधाम से मनाए जाने लगे हैं। पहले भारत से रावण के पुतलों का आयात किया जाता था, लेकिन अब अमेरिका में भी पुतलों निर्माण हो रहा है।

40 शहरों ने अक्टूबर को हिंदू विरासत माह घोषित किया
अमेरिका के करीब आधे राज्यों और 40 शहरों ने अक्टूबर को हिंदू विरासत माह घोषित किया है। इस साल नवरात्र, दशहरा, दुर्गापूजा और दिवाली जैसे महत्वपूर्ण पर्व अक्टूबर महीने में ही पड़ रहे हैं। अमेरिका में रह रहे हिंदुओं के वहां के विकास में योगदान को देखते हुए कई राज्यों ने यह निर्णय लिया है।
बच्चों को राम-सीता के बारे में बताया जा रहा
इंडो-एशियन फेस्टिवल ग्रुप (Indo-Asian Festival Group) की चेयरपर्सन चंचल गुप्ता के मुताबिक अमेरिका में जन्मे हमारे बच्चे नहीं जानते कि राम और सीता कौन थे। हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को अपनी संस्कृति से रूबरू कराना चाहते हैं। इसलिए अपने त्योहार आयोजित कर रहे हैं। अमेरिका में भारतीय त्योहार बड़े स्तर पर मनाए जाने लगे हैं। राज्य और शहर की सरकारें इन्हें फंड करने लगी हैं।
सरकार दे रही है फंडिग की सुविधा
कई कंपनियां भी इन त्योहारों को स्पॉन्सर कर रही हैं। न्यू जर्सी दशहरा को राज्य सरकार का संस्कृति विभाग वित्तीय सहायता करता है। न्यूयॉर्क लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, हॉलीडेइन व आईसीआईसीआई बैंक भी आर्थिक मदद दे रही हैं। टेक्सास, ओहियो, न्यू जर्सी, पेंसिल्वेनिया जैसे शहर और राज्य भी दशहरा आयोजन को आर्थिक सहायता कर रहे हैं। न्यू जर्सी में मनाया जाने वाला दशहरा देश में सबसे बड़ा होता है।
यहां अमेरिकी भारतीयों की सबसे बड़ी आबादी रहती है। इस बार पपायनी पार्क में 1 अक्टूबर को इस दशहरे का आयोजन 1 बजे से रात 8 बजे तक किया गया। यहां रामलीला के साथ दूसरे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए। यहां दिल्ली की तर्ज पर मीना बाजार लगाया गया।
रावण के 6 पुतले बनाए गए
दशहरे का आयोजन 8 अक्टूबर को न्यू जर्सी और 9 अक्टूबर को न्यूयॉर्क में होगा। अमेरिका में रावण के पुतले बनाने वाले कलाकार इस बार 6 पुतले बनाए। इससे पहले सिर्फ 1 पुतला बनाया जाता था।
8 महीने पहले शुरु हो जाती है रामलीला की तैयारी
रामलीला के लिए रंगमंच का सारा सामान तो अमेरिका में ही तैयार होता है, लेकिन वेशभूषा भारत से मंगाई जाती है। रामलीला को कोरियोग्राफ करने वाली वर्षा नायक के मुताबिक हर साल रामलीला के दर्शक बढ़ते जा रहे हैं। लोग घंटों का सफर तय करके रामलीला देखने आते हैं। इसलिए तैयारी भी उसी हिसाब से करनी पड़ती है। हफ्तों-हफ्तों रिहर्सल चलती है। 8 महीने पहले से ही तैयारियां शुरु हो जाती हैं।