महाअष्टमी आज, इस मुहूर्त में करें देवी मां का पूजन, दूर होंगी सभी समस्याएं मिलेगा अपार सुख

Importance of Durga Ashtami
नवरात्री में देवी मां के नौ रूपों की विशेष उपासना नौ दिनों तक की जाती है। इन नौ दिनों में अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है। अष्टमी के दिन देवी मां के आठवें स्वरुप महागौरी का पूजन किया जाता है। अष्टमी तथा नवमी तिथि को कन्या पूजन कराया जाता है। मान्यता है कि छोटी कन्याओं में देवी मां का वास होता है।
जाने अष्टमी की तिथि तथा शुभ महूर्त
आपको बता दें कि इस वर्ष के शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि 3 अक्टूबर यानि आज है। पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 02 अक्तूबर की शाम को 06 बजकर 49 मिनट शुरू हो चुकी है तथा यह 03 अक्तूबर को शाम 04 बजकर 39 मिनट पर समाप्त हो जायेगी। उदय तिथि के आधार पर अष्टमी पूजन आज यानि 3 अक्टूबर को किया जाएगा।
दुर्गा अष्टमी का महत्व
दुर्गा अष्टमी पर देवी मां के आठवे स्वरुप महागौरी का पूजन किया जाता है। इस तिथि पर 2 से 10 वर्ष तक की कन्याओं का पूजन कर उनको भोजन कराया जाता है। अष्टमी को दुर्गा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन कन्याओं को भोजन कराने तथा उनका पूजन करने से देवी दुर्गा अत्यंत प्रसन्न होती हैं। दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा के मंदिरों तथा पंडालों में देवी मां की विशेष आराधना की जाती है। इस तिथि पर घर में यज्ञ भी किया जाता है। यज्ञ से घर तथा घर के आसपास का वातावरण शुद्ध होता है तथा नकारात्मकता दूर हो जाती है।