Black Hole: वैज्ञानिकों ने लैब में बना डाला Black Hole, इसके बाद जो हुआ जानकर रह जाओगे दंग

Scientists made a black hole in the lab
Black Hole: ब्लैक होल का नाम सुनते ही हमारे मन में कहीं ना कहीं यह कल्पना मात्र ही लगता है क्योंकि इसको लेकर अभी तक कोई सटीक जानकारी अवेलेबल नहीं | इसी कारण कई वैज्ञानिक इसके रहस्यों के बारे में जानने में लगे रहते हैं | बता दें कि ब्लैक होल (Black hole) एक ऐसा विषय है, जो हमेशा से ही इसके रहस्यों को लेकर वैज्ञानिकों को रोमांचित करता आ रहा है । लेकिन आप यह बात जानकर चौंक जायेंगे कि जब आपको पता चलेगा कि इसके रहस्य को सुलझाने में जुटे साइंटिस्टों ने लैब में अब एक ब्लैक होल बना लिया है । आपको बता दें कि करीब एक दशक पुराने स्टीफन हॉकिंग सिद्धांत (Stephen Hawking theory) को टेस्ट करने के लिए रिसर्चर्स ने लैब में ब्लैक होल की स्थितियों को डेवलप करके देखा । इसके बाद जो हुआ उसे जानकर आप सन्न रह जायेंगे |

लैब में बना डाला ब्लैक होल
आपको बता दें कि ब्लैक होल अंतरिक्ष में अदृश्य जगह मौजूद रहते हैं । इनमें अधिक गुरुत्वाकर्षण के असर से कोई भी नहीं बच पाता, सूर्य से निकलने वाली रोशनी तक नहीं । अब हाल ही में वैज्ञानिकों ने स्टडी के तहत ब्लैक होल को समझने के लिए परमाणुओं की सिंगल-फाइल चेन का इस्तेमाल करके ब्लैक होल बना दिया | इसके बाद जो भी घटा उसे हॉकिंग रेडिएशन कहा गया है । आपको बता दें कि यह थ्योरी भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग द्वारा प्रस्तावित हुई थी | इस थ्योरी में हॉकिंग रेडिएशन ने उन काल्पनिक (hypothetical) कणों के बारे में बताया है जो क्वांटम प्रभावों के कारण ब्लैक होल की सीमाओं के बाहर पैदा होते हैं । आपको बता दें कि वर्तमान में दो सिद्धांत एक सापेक्षता का सामान्य सिद्धांत और दूसरा क्वांटम यांत्रिकी मौजूद हैं जिनका फोकस हमारे ब्रह्मांड के इनर वर्किंग के रहस्य से पर्दा उठाना है |
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इससे खुलेगा ब्लैक होल के राज से पर्दा
ब्लैक होल बनाने में यूज हुआ सिम्युलेशन और हॉकिंग रेडिएशन की थ्योरी दोनों फ्रेमवर्क को एकजुट करने में यह सिध्दांत मदद करेगा । अभी ऐसा कोई तरीका नहीं है कि ब्लैक होल को पार करने के बाद किसी चीज का क्या होता है यह पता चल सके । हॉकिंग का कहना था कि क्वांटम उतार-चढ़ाव में इससे जुड़ी जानकारी मिल सकती है । इस नई स्टडी में ब्लैक होल रेडिएशन की वजह से चमकते हुए दिखता है | इससे उन मैटर्स की खोज का रास्ता खुल सकता है, जो ब्लैक होल में जाने के बाद खो जाते हैं । आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने हाल ही में पृथ्वी से सिर्फ 1,560 प्रकाश वर्ष दूर एक ब्लैक होल खोज लिया है, जो अब तक का पृथ्वी के सबसे नजदीक का ब्लैक होल है ।